Yoga Asanas: योग मस्तिष्क और शरीर का कायाकल्प करने के लिए एक Indian form of exercise है। जो मोटे हैं और weight loss करना चाहते हैं। वे लोग जो Relax होना चाहते हैं, उन सभी के लिए योग के महत्वपूर्ण है।
योग करने से आपका शरीर का Digestion भी सही रहता है और शरीर तभी फिर भी रह सकता है। जब आपकी बॉडी का Digestion सही हो। योग करने से आपको सही समय पर भूख लगती है और समय पर खाना खाने से आपका Digestion भी बेहतर बना रहता है।
जी हां weight loss के हजारों तरीके बताए जाते हैं पर इन सभी तरीकों में से जो तरीका आपको बिना side effect के एक long term सलूशन देता है। वह है Yoga और इसीलिए आज हम आपके साथ weight Reduce के लिए कारगर योगासनों को शेयर कर रहे हैं।
Mountain Pose - Tadasana
इसमें सबसे पहले नाम आता है। Tadasana योगाभ्यास शुरू करने से पहले Tadasana करना जरूरी होता है। पेट कम करने के लिए योगासन की शुरुआत भी इसी से की जाती है। इसे करने से पूरे शरीर में खिंचाव महसूस होता है और ऊर्जा आती है। रक्त का प्रवाह बेहतर हो जाता है।
इसे करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और अपनी टांगों, कमर और गर्दन को सीधा रखें। अब हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाते हुए सिर के ऊपर ले जाएं और गहरी सांस भरते हुए पूरे शरीर को ऊपर की ओर खींचें। हथेलियां आसमान की दिशा में होनी चाहिए। साथ ही एड़ीयो को भी ऊपर उठा ले। पूरे शरीर का संतुलन पंजों पर आजाना चाहिए।
इस दौरान पंजों से लेकर ऊपर हाथों तक खिंचाव महसूस करें। कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहे और सामान्य गति से सांस लेते और छोटे रहे। फिर धीरे-धीरे पहली वाली स्थिति में आ जाए। इस तरह से कम से कम दो तीन राउंड एक बार में किए जा सकते हैं।
Tadasana Benefits: इस योग आसन को करने से पूरे शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट कम होने लगता है। शरीर सुधार हो जाता है और नेचुरल सेप में आने लगता है। 6 से 20 साल तक के लोगों को यह आसन जरूर करना चाहिए। इससे कद बढ़ने में मदद मिल सकती है।
यह योगासन पीठ दर्द के लिए बहुत उत्तम है साथ ही मांसपेशियों, घुटनों और पैरों में होने वाले दर्द से भी आराम मिलता है। Tadasana के नियमित अभ्यास से एकाग्रता में बढ़ोतरी होती है,
Note : लेकिन इसके साथ ही आपको कुछ सावधानियां भी बरतनी है जिनका रक्तचाप यानी blood pressure कम हो। उन्हें यह योगासन नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को इसे करने से परहेज करना चाहिए।
अगर आपकी घुटनों में तेज दर्द हो रहा है तो आप यह आसन ना ही करें। जो पहली बार ही यह योगासन कर रहे हैं। वोह पंजों के बल इसे करने से बचें। साथ ही जिन्हे heart संबंधी कोई समस्या है या फिर पैरों की नसों में सूजन और चक्कर आते हैं। वह भी इसे ना करें।
Surya Namaskar Poses
दोस्तों अगला आसान है जो आप कर सकते हैं वह है सूर्य नमस्कार। Surya Namaskar को वजन घटाने में बहुत ही प्रभावित माना जाता है। सूर्य नमस्कार 12 योगासन के श्रृंखला होती है। जो एक के बाद एक सूर्य नमस्कार के 12 आसनों के साथ की जाती है। सभी आस एक विशेष क्रम में और सही तकनीक के साथ किए जाने चाहिए।
यह आसन आपका वजन घटाने में बहुत सहायक और आपकी शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। मोटापा कम करने में सूर्य नमस्कार अति सक्षम है। सूर्य नमस्कार अपने आप में एक पूर्ण अभ्यास है क्योंकि इसमें आसन प्राणायाम, मंत्र और ध्यान सभी शामिल है।
इसमें metabolism असंतुलन को सही करने में मदद मिलती है। जो की मोटापे का कारण है। और वजन कम करने में बाधा लता हैं। एक पार एक्सरसाइज होने के नाते यह साइकिल चालन, जोगिंग, या तैराकी के समान एक Ultimate Exercise भी है। सूर्य नमस्कार 5 से 8 बार करें और जैसे अभ्यास बढ़ने लगे। इसे ज्यादा बात कर सकते हैं।
Anulom Vilom Pranayama
Nadi Shodhana: अनुलोम विलोम प्राणायाम सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। अनुलोम-विलोम कई रोगों से लड़ने में कारगर माना गया है। अस्थमा पीड़ित लोग इस आसन से लाभ। पा सकते हैं। इसे करने के लिए सबसे पहले ही चौकड़ी मारकर बैठे यानी कि पद्मासन में बैठे।
इसके बाद दाएं अंगूठे से अपनी दाहिनी नासिका पकड़े और बाएं नासिका से सांस अंदर ले ले लीजिए। अब अनामिका उंगली से ही बाएं नासिका को बंद करके इसके बाद दाहिनी नासिका को खोलें और सांस बाहर छोड़ते अब दाहिनी नासिका से ही सांस अंदर ले
और उसी प्रक्रिया को दोहराते हुए बाएं नासिका से सांस बाहर छोड़ दे। याद रखें कि अगली बार में आप जिस नासिका से आप सांस छोड़ रहे हैं उसी से दोबारा सांस को अंदर लेकर दूसरी नासिका छोड़ना है।
Anulom Vilom Pranayama Benefits: अनुलोम-विलोम करने से फेफड़े मजबूत होते हैं। इससे बदलते मौसम में शरीर जल्दी से बीमार नहीं होता है। अनुलोम-विलोम प्राणायाम करके आप वजन को कम कर सकते हैं।
जी हां, यह पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाता है जिससे कि आप extra calories को भी जल्दी से burn कर सकते हैं। अनुलोम विलोम मसल्स के लिए भी अच्छा माना जाता है। अनुलोम-विलोम प्राणायाम तनाव यह डिप्रेशन को दूर करने के लिए अच्छा है।
Dhanurasana (Bow Pose)
Bow Pose: वजन घटाने के लिए अगली exercise जो आप कर सकते हैं, वह है धनुरासन (=धनुः + आसन = धनुष जैसा आसन) में शरीर की आकृति सामान्य तौर पर खिंचे हुए धनुष के समान हो जाती है, इसीलिए इसको धनुरासन कहते हैं। यह आसन प्रतिदिन 2 से 3 बार करें।
Dhanurasana करने के लिए अपने पेट के बल जमीन पर लेट जाएं। सांस भरते हुए छाती को जमीन से ऊपर उठाएं और पैरों को कमर की ओर खींच अपने हाथों को पीछे लाएं और धीरे-धीरे अपने पैरों को उठाएं और उन्हें अपने नितंबों के पास लाएं। घुटनों को मोड़कर कमर के पास ले आए और सांस छोड़ते हुए अपने पैरों को हाथों से पकड़े 30 सेकंड के लिए ऐसे ही करे रहे।
Dhanurasana यानी कि Bow Pose dhanurasana benefits आपके हाथ, पैर, जागो और आपके पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है। रोज नियमित धनुरासन करने से शरीर का पाचनतंत्र मजबूत बनता है और एसिडिटी, अजीर्ण, खट्टी डकार में भी राहत मिलती है। इस प्रकार belly fat को कम करने में सक्षम है। सर्वाइकल, स्पोंडिलाइटिस, कमर दर्द एवं उदर रोगों में लाभकारी आसन है।
Bhujangasana (Cobra Stretch)
Bhujangasana: इस आसन में शरीर की आकृति फन उठाए हुए नाग के समान हो जाती है। इसलिए इसको नाग आसन, या भुजंगासन, या सर्प आसन भी कहां जाता है। भुजंगासन करनेे वाले व्यक्ति का पाचन अच्छा रेहता हैं, और उन्हें कब्ज ,एसीडिटी की समस्या नहीं होती।
इससे पेट की चर्बी घटाने में भी मदद मिलती है। जिन लोगों का गला खराब रहने की, दमे की, पुरानी खाँसी अथवा फेंफड़ों संबंधी अन्य कोई बीमारी हो उनको यह आसन करना चाहिए। भुजंगासन मधुुुमेह को कम करने में भी फायदेमंद होता हैं। इसे नियमित करने से इंंन्सुलिन मात्रा सही बनी रेहती है।
भुजंंगासन करने से पीठ दर्द में भी राहत मिलती हैं। क्योकि इससे रीढ की हड्डी लचीली और मजबूत बनती है। भुजंगासन महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होता हैं। खासतौर पर महिलाओं के मासिकधर्म में यह उन्हें बहोत ही राहत देता हैं।
Note : इस आसन को करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखें। इस आसन को करते समय अचानक से पीछे की तरफ बहुत अधिक ना झुके। इससे आपकी छाती या पीठ की माँसपेशियों में खिंचाव आ सकता है तथा बाँहों और कंधों की पेशियों में भी बल पड़ सकता है जिससे दर्द पैदा होने की संभावना बढ़ती है।
यह आसन हर्निया के बिमारी, पीठ में चोट या फ्रैक्चर हो, कर्पल टनल सिंंड्रोम में, पेट के नीचले हिस्से में सर्जरी हुई हो, पेट में कोई रोग या पीठ में अत्यधिक दर्द हो तो यह आसन न करें
conclusion
दोस्तों योग के फायदे जानकर लोग अब इसकी तरफ बढ़ रहे हैं। कुछ लोग तो ऐसे हैं जो जिम छोड़कर योगा को अपना रहे हैं। लोगों का मानना है कि gym से शरीर के किसी खास अंग की ही excercise हो पाती है। लेकिन योग से बॉडी के सारी पार्ट्स की excercise हो जाती है।
इस कारण gym में पसीना बहाने से बेहतर है कि आप घर पर बैठे अपना समय भी बचाएं और बिना किसी तकलीफ के बेहतर शरीर भी पा सके। साथ ही यह भी ध्यान में रखें की योग तभी असर करता है जब आप पूरे विश्वास के साथ करते हैं इसीलिए किसी अच्छे ट्रेनर की देखरेख में नियमित रूप से नियमित रूप से योग करें।
आजकल तो ऑनलाइन Classes भी इसके लिए चलने लगी है खुद भी स्वस्थ रहें और दूसरों को भी योग करने के लिए प्रेरित करें। कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताना के आपने भी योग शुरू किया है या नहीं?
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